जस्टिस पुरुषेंद्र कौरव ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में संभाला पदभार

 


जबलपुर, डेस्क। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के साउथ ब्लाक सभागार में गरिमामय वर्चुअल समारोह के माध्यम से नव नियुक्त न्यायाधीश पुरुषेंद्र कौरव ने शपथ ग्रहण की। सर्वप्रथम रजिस्ट्रार जनरल राजेंद्र कुमार वानी ने नियुक्ति पत्र का वाचन किया। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने विधिवत शपथ ग्रहण कराई। इस दौरान हाई कोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर, खंडपीठ इंदौर व ग्वालियर के सभी न्यायाधीश कार्यक्रम से आनलाइन जुड़े।

मध्यप्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता आरके वमा, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जबलपुर के अध्यक्ष रमन पटेल, एमपी स्टेट बार कौंसिल के प्रवक्ता राधेलाल गुप्ता, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज शर्मा, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल जिनेंद्र कुमार जैन, सीनियर एडवोकेट्स कौंसिल के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता आरपी अग्रवाल, इंदौर हाईकोर्ट बार अध्यक्ष सूरज शर्मा, ग्वालियर हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष एमपीएस रघुवंशी ने नवागत न्यायमूर्ति पुरुषेंद्र कौरव के व्यक्तित्व कृतित्व को रेखांकित किया, साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की।


जस्टिस कौरव संबोधन के दौरान हुए भावुक
जस्टिस कौरव ने अपने संबोधन की शुरूआत महात्मा गांधी के एक उद्धरण से की। इसके बाद अपनी उन्नति में सभी सहयोगियों के प्रति आभार ज्ञापित किया। अपने विकास में गुरुजनोंए माता-पिता व परिवार के अन्य बड़ों और छोटों की भूमिका को रेखांकित करते हुए वे भावुक हो गए और आंखों में आंसू आने से खुद को रोक न सके। लिहाजा, किंचित विराम लेकर आंसू पोंछकर संबोधन को पूर्ण किया।


एनईएस से ली थी विधि की शिक्षा
नरसिंहपुर के गाडरवारा में चार अक्टूबर, 1976 को जन्मे श्री कौरव ने एनईएस कालेज जबलपुर से विधि की शिक्षा ग्रहण करने के बाद अधिवक्ता बने। अधिवक्ता वीएस चौधरी के मार्गदर्शन में वकालत की शुरूआत की। हाईकोर्ट बार के सह सचिव निर्वाचित होने के बाद आगे चलकर मध्यप्रदेश के उप महाधिवक्ता फि र अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त हुए। प्रगति करते हुए महाधिवक्ता के पद पर आसीन हुए। यह गौरव दो बार हासिल किया। इससे पूर्व वरिष्ठ अधिवक्ता नामांकित किए गए। वकालत की शुरुआत के दिनों में साइंस कालेज जबलपुर की जनभागीदारी समिति का दायित्व संभाला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लंबे समय तक सक्रिय जुड़े रहे। हाईकोर्ट बार अध्यक्ष रमन पटेल ने श्री कौरव की विशेषता को रेखांकित किया।


30 हुई हाईकोर्ट जजों की संख्या
शुक्रवार को श्री कौरव के रूप में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट को 30 वें जज की सौगात मिली। इससे पूर्व कुल स्वीकृत पदों 53 के मुकाबले महज 29 न्यायाधीश पदस्थ थे। उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति के साथ जजों की कमी पूरी कर दी जाएगी।