साईडलुक, डेस्क। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात एकदम बदल चुके हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत कई देशों के नागरिक अभी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। देश अपने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द निकालने की कोशिश कर रहे हैं। भारत भी लगातार अपने नागरिकों को निकालन की कोशिश कर रहा है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत को काबुल से प्रतिदिन दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति दी गई है।
15 अगस्त को अफगान राजधानी तालिबान के हाथों में पड़ने के बाद हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन को नियंत्रित करने वाले अमेरिकी और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन बलों द्वारा अनुमति दी गई है। सरकारी सूत्रों ने एएनआई को बताया कि काबुल हवाई अड्डे से दो भारतीय विमानों को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी जो अभी अमेरिकी सुरक्षा बलों के नियंत्रण में है।
अमेरिका सेना द्वारा कुल 25 उड़ानें संचालित की जा रही हैं, क्योंकि वे वर्तमान में अपने नागरिकों, हथियारों और उपकरणों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 300 से अधिक भारतीय नागरिकों को काबुल से बाहर निकालना है जो अब तालिबान के नियंत्रण में है। भारत दुशांबे और कतर में के जरिए अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट कर रहा है। लगभग 90 यात्रियों के साथ एयर इंडिया की एक उड़ान शीघ्र ही भारत में उतरने की उम्मीद है। इससे पहले भी कुछ नागरिकों को भारत लाया गया है।
हवाई अड्डे पर अमेरिकी सुरक्षा क्षेत्र के अंदर भारतीय अधिकारियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के साथ बातचीत के बाद भारत के पहले विमान को काबुल से संचालित करने की अनुमति दी थी। भारतीय वायु सेना ने अफगानिस्तान में अपने राजदूत और अन्य सभी राजनयिकों सहित लगभग 180 यात्रियों को पहले ही निकाल लिया है।