भाजपा-आरएसएस के लिए आवाज दबाना होगा मुश्किल: राहुल


साईडलुक,डेस्क।
पेगासस जासूसी मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की। विपक्षी नेताओं की बैठक के दौरान राहुल गांधी ने संक्षिप्त संबोधन भी दिया। राहुल ने कहा मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम एक जुट हों। यह आवाज जितनी एकजुट होगी, यह आवाज उतनी ही शक्तिशाली होगी, भाजपा-आरएसएस के लिए इसे दबाना उतना ही मुश्किल होगा। कांग्रेस नेता ने विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर ऐसे समय बैठक की है जब पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था। लेकिन, अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर पहले चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए शुक्रवार को लोकसभा में कहा था कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है। राहुल गांधी के न्योते पर कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेता नाश्ते पर कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में मिले। बैठक में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी, शिवसेना के नेता संजय राउत, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस के अलावा राकांपा, शिवसेना, राजद, सपा, माकपा, भाकपा, आईयूएमएल, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी , केरल कांग्रेस (एम), झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी और लोकतांत्रिक जनता दल विपक्षी फ्लोर के नेता बैठक में शामिल हुए। उधर बैठक के बाद राहुल गांधी, विपक्ष के नेताओं के साथ साइकिल से संसद पहुचें।