नई दिल्ली, डेस्क। कमज़ोर विपक्ष के चलते बीजेपी पार्टी को जीत की हैट्रिक बनाने से रोकना किसी के लिए आसान नहीं होगा। इस वजह से विपक्ष की नजर इन दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रिमो ममता बनर्जी पर बनी हुई है। ममता बनर्जी कल याने 26 जुलाई की शाम को दिल्ली पहुंचने वाली हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सरकार को रोकने के लिए ममता खाका तैयार कर सकती हैं। ममता बनर्जी ने पिछले दिनों अपने एक भाषण में कहा था कि विपक्ष को 2024 के चुनावों के लिए जल्दी योजना बनानी शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें अभी से 2024 की लड़ाई की योजना बनानी चाहिए। मरीज के मरने के बाद आने वाला डॉक्टर कुछ नहीं कर सकता। समय पर इलाज मिलने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है। अब आपका समय है। आप जितना अधिक समय बर्बाद करेंगे, स्थिति उतनी ही खराब होगी।' टीएमसी के मुताबिक अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति की योजना अभी से शुरू कर दी जानी चाहिए। बंगाल में धमाकेदार जीत के बाद पार्टी ने 2 मई से इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी के लिए जीत की रणनीति बनाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले दो हफ्तों में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से तीन बार मुलाकात की है। उसके बाद गांधी परिवार के साथ उनकी मुलाकात हुई है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि दोनों घटनाएं जुड़ी हुई हैं और 2024 से पहले एक बड़ी रणनीति की ओर इशारा करती हैं।
नई दिल्ली, डेस्क। कमज़ोर विपक्ष के चलते बीजेपी पार्टी को जीत की हैट्रिक बनाने से रोकना किसी के लिए आसान नहीं होगा। इस वजह से विपक्ष की नजर इन दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रिमो ममता बनर्जी पर बनी हुई है। ममता बनर्जी कल याने 26 जुलाई की शाम को दिल्ली पहुंचने वाली हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सरकार को रोकने के लिए ममता खाका तैयार कर सकती हैं। ममता बनर्जी ने पिछले दिनों अपने एक भाषण में कहा था कि विपक्ष को 2024 के चुनावों के लिए जल्दी योजना बनानी शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें अभी से 2024 की लड़ाई की योजना बनानी चाहिए। मरीज के मरने के बाद आने वाला डॉक्टर कुछ नहीं कर सकता। समय पर इलाज मिलने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है। अब आपका समय है। आप जितना अधिक समय बर्बाद करेंगे, स्थिति उतनी ही खराब होगी।' टीएमसी के मुताबिक अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति की योजना अभी से शुरू कर दी जानी चाहिए। बंगाल में धमाकेदार जीत के बाद पार्टी ने 2 मई से इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी के लिए जीत की रणनीति बनाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले दो हफ्तों में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से तीन बार मुलाकात की है। उसके बाद गांधी परिवार के साथ उनकी मुलाकात हुई है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि दोनों घटनाएं जुड़ी हुई हैं और 2024 से पहले एक बड़ी रणनीति की ओर इशारा करती हैं।