साईडलुक डेस्क। सरकार की टीका रणनीति के संदर्भ में प्रियंका ने आरोप लगाया कि यह सरकार की 'घोर विफलता' है। सभी के लिए टीकाकरण से जुड़ी कांग्रेस की मांग को लेकर प्रियंका ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'प्रचार के लिए' टीकों का निर्यात किया गया। प्रियंका के मुताबिक, 70 साल तक आगे की सोच रखने वाली सरकारों के कारण ही आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता है। उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार ने इस साल जनवरी से मार्च के दौरान छह करोड़ टीकों का निर्यात किया। तस्वीरों के साथ प्रचार-प्रसार किया गया और मॉरीशस, गुयाना और नेपाल जैसे देशों में टीके भेजी गई हैं। इस दौरान भारतीय नागरिकों को सिर्फ तीन से चार करोड़ खुराक मिली। ''कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने सवाल किया, ''सरकार ने भारतीय नागरिकों को पहले प्राथमिकता क्यों नहीं दी? प्रधानमंत्री ने खुद के प्रचार-प्रच्रार को देश से ऊपर क्यों रखा?'' उन्होंने कहा कि 22 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक करोड़ खुराक लगाई गई। प्रियंका के अनुसार, भारत सरकार ने टीके लिए पहला ऑर्डर जनवरी, 2021 में दिया, जबकि इससे पहले विदेशी एजेंसियों ने भारतीय टीका कंपनियों से ऑर्डर दे दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में दूरदर्शिता के अभाव के चलते भारत टीकों का आयातक बन गया और आज भी 'टीके की रणनीति त्रुटिपूर्ण और भेदभावपूर्ण' है।
साईडलुक डेस्क। सरकार की टीका रणनीति के संदर्भ में प्रियंका ने आरोप लगाया कि यह सरकार की 'घोर विफलता' है। सभी के लिए टीकाकरण से जुड़ी कांग्रेस की मांग को लेकर प्रियंका ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'प्रचार के लिए' टीकों का निर्यात किया गया। प्रियंका के मुताबिक, 70 साल तक आगे की सोच रखने वाली सरकारों के कारण ही आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता है। उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार ने इस साल जनवरी से मार्च के दौरान छह करोड़ टीकों का निर्यात किया। तस्वीरों के साथ प्रचार-प्रसार किया गया और मॉरीशस, गुयाना और नेपाल जैसे देशों में टीके भेजी गई हैं। इस दौरान भारतीय नागरिकों को सिर्फ तीन से चार करोड़ खुराक मिली। ''कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने सवाल किया, ''सरकार ने भारतीय नागरिकों को पहले प्राथमिकता क्यों नहीं दी? प्रधानमंत्री ने खुद के प्रचार-प्रच्रार को देश से ऊपर क्यों रखा?'' उन्होंने कहा कि 22 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक करोड़ खुराक लगाई गई। प्रियंका के अनुसार, भारत सरकार ने टीके लिए पहला ऑर्डर जनवरी, 2021 में दिया, जबकि इससे पहले विदेशी एजेंसियों ने भारतीय टीका कंपनियों से ऑर्डर दे दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में दूरदर्शिता के अभाव के चलते भारत टीकों का आयातक बन गया और आज भी 'टीके की रणनीति त्रुटिपूर्ण और भेदभावपूर्ण' है।